ITC शेयर details
यह एक भारतीय समूह है जो होटल, एफएमसीजी, पैकेजिंग, पेपरबोर्ड कृषि व्यवसाय आदि जैसे कई अलग-अलग उद्योगों में फैला हुआ है। यह एक बहु-उद्योग कंपनी को एक समूह (एक कॉर्पोरेट समूह) के तहत अन्य क्षेत्रों में काम करने वाली कई व्यावसायिक संस्थाओं को जोड़ता है।
इस कंपनी का मुख्यालय कोलकाता, भारत में है, और इसके 5 खंडों में कुल 13 व्यवसाय हैं। ITC कंपनी के उत्पाद 90 विभिन्न देशों में निर्यात किए जाते हैं और लगभग 6 मिलियन खुदरा स्टोर में उपलब्ध हैं। रिपोर्टों के अनुसार, 31 मार्च 2020 को कंपनी के 28,000 से अधिक कर्मचारी थे। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान, कंपनी ने कर्मचारी लाभ पर 2,145 करोड़ रुपये खर्च किए। आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष योगेश चंद्र देवेश्वर ने 2005-09 में भारत सरकार से प्रसिद्ध पद्म भूषण सहित कई पुरस्कार जीते थे। हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू ने उन्हें विश्व स्तर पर सातवें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सीईओ से सम्मानित किया।
कंपनी पूरे भारत में अग्रणी FMCG मार्केटर है। इसके अलावा, यह भारत के पैकेजिंग उद्योग और पेपरबोर्ड उद्योगों में भी मार्केट लीडर है। आईटीसी कंपनी के व्यापक पहुंच वाले कृषि-व्यवसाय ने किसान सशक्तिकरण में नाटकीय रूप से मदद की है। आईटीसी के नए कंज्यूमर गुड्स बिजनेस में 25 विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त भारतीय ब्रांडों का शानदार पोर्टफोलियो है। इनमें से कुछ ब्रांड बाजार में अच्छी तरह से पहचाने जाते हैं, जबकि अन्य अपने वर्गों में बाजार के नेता हैं।
FMGC के कुछ ब्रांड इस प्रकार हैं:
आशीर्वाद
सनफीस्ट
यिप्पी!
बिंगो!
आईटीसी मास्टर शेफ
फैबेल
सनबीन
व्यस्त रखना
Savlon
सहपाठी
पेपरक्राफ्ट
Mangaldeep
आईटीसी का इतिहास
आईटीसी लिमिटेड 24 अगस्त 1910 को एकीकृत हुआ और इसे इंडियन इंपीरियल टोबैको कंपनी का नाम दिया गया। जैसा कि नाम से पता चलता है, इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य तंबाकू और सिगरेट बनाना था। उन्होंने आईटीसी-वेलकमग्रुप होटल वोला के परिग्रहण का उपयोग करके आतिथ्य व्यवसाय में प्रवेश किया। 1974 में कंपनी का नाम बदलकर ITC Limited कर दिया गया। 18 सितंबर 2001 को कंपनी के नाम से पूर्ण विराम को प्रभावी ढंग से हटा दिया गया क्योंकि कंपनी एक बहु-व्यावसायिक पोर्टफोलियो के रूप में प्रसिद्ध थी। इस प्रकार, कंपनी का नाम ‘आईटीसी लिमिटेड’ था।
कंपनी के शुरुआती दिनों में, कोलकाता के राधा बाजार लेन में एक किराए का कार्यालय इसका केंद्र था। कंपनी के 16वें जन्मदिन पर कोलकाता के जेएल नेहरू रोड पर एक प्लॉट लगभग 310,000 रुपये में खरीदा गया था। आइए विभिन्न वर्षों के आधार पर आईटीसी के इतिहास के बारे में जानें।
1925: पैकेजिंग और प्रिंटिंग व्यवसाय की स्थापना।
1975: आईटीसी ने आतिथ्य क्षेत्र में प्रवेश किया। यह ITC का एक बड़ा कदम था जिसने ITC के शेयर की कीमतों में वृद्धि की और रोजगार प्रदान किया। इस व्यवसाय को चुनने के लिए ITC का मुख्य उद्देश्य पर्यटन की भावना, विदेशी मुद्रा के अधिक महत्वपूर्ण स्तर अर्जित करना और रोजगार का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष स्रोत उत्पन्न करना था। अब, आतिथ्य क्षेत्र में आईटीसी का कारोबार नाटकीय रूप से बढ़ गया है। यह भारत भर में चार प्रमुख ब्रांडों, अर्थात वेलकमहोटल, फॉर्च्यून होटल्स, वेलकमहेरिटेज और आईटीसी होटल्स के तहत फैल गया है।
1979: इस अवधि में, ITC ने पेपरबोर्ड व्यवसाय में प्रवेश किया।
1985: कंपनी ने सीमा के बाहर अपना पहला कदम उठाया और नेपाल में एक सूर्य तंबाकू कंपनी की स्थापना की।
1990: आईटीसी ने कागज निर्माण में एक विशेषज्ञ कंपनी, यानी ट्रिबेनी टिश्यूज लिमिटेड का अधिग्रहण किया। इसके अलावा, उसी वर्ष, आईटीसी ने एग्री-बिजनेस डिवीजन की शुरुआत की। यह डिवीजन मुख्य रूप से कृषि-वस्तुओं के निर्यात के लिए था और आज सबसे बड़े निर्यात वस्तुओं में से एक है।
2000: इसने लाइफस्टाइल रिटेलिंग और सूचना प्रौद्योगिकी में प्रवेश किया।
2001: इसने ब्रांडेड पैकेज्ड फूड उत्पादों का उत्पादन शुरू किया। मुख्य खाद्य पदार्थों से लेकर स्नैक्स तक, आईटीसी ने सभी का उत्पादन शुरू किया। इन खाद्य पदार्थों को ‘भारत की रसोई’ शीर्षक से लोकप्रिय बनाया गया था।
2002: अगरबत्ती और सुरक्षा माचिस का उत्पादन शुरू किया। उसी वर्ष, आईटीसी ने दो प्रमुख ब्रांडों, यानी पेपरक्राफ्ट और क्लासमेट के तहत स्थिर और शिक्षा उत्पाद जारी किए। इन वर्षों में, क्लासमेट भारत में शीर्ष स्टेशनरी ब्रांडों में से एक बन गया है।
2005: पर्सनल केयर उत्पादों की श्रृंखला शुरू की। इससे आईटीसी शेयर की कीमत बढ़ जाती है।
2010: इसका लक्ष्य अपने तंबाकू पोर्टफोलियो का विस्तार करना था।
आईटीसी शेयर की कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ है। इसके अलावा, विभिन्न पैकेज्ड खाद्य पदार्थों को पेश करने से आईटीसी शेयर की कीमत में काफी वृद्धि हुई है।
ITC किस देश की कंपनी है
सबसे पहले तो हम आपको यह किस देश की कंपनी है इसके बारे में बता रहे है यह भारत की कंपनी है व यह कंपनी तम्बांकू उत्पादन के लिए जानी जाती है व उस कंपनी का गठन अंग्रेजी तंबाकू कंपनी इम्पीरियल के द्वारा किया गया था.
इस कंपनी की स्थापना आज से लगभग 110 वर्षो पूर्व 24 अगस्त 1910 में हुई थी व शुरुआत में इस कंपनी का नाम इम्पीरियल टोबैको कंपनी रखा गया था व हाल में इस कंपनी का टर्नओवर 4.75 बिलियन डॉलर का है व 2013 के आंकड़ों के अनुसार इस कंपनी के लाभ का 30.54 हिस्सा इम्पीरियल टोबैको के पास है.
ITC के मालिक कौन है
यह एक भारतीय कंपनी है व इस कंपनी के हाल में अध्यक्ष संजीव पुरी है व इस कंपनी का मुख्यालय वर्जीनिया हाउस, कोलकाता , पश्चिम बंगाल , भारत में स्थित है व 2020 के आंकड़ों के अनुसार इस कंपनी का राजस्व 52,001 करोड़ रूपए का है व इसका शुद्ध लाभ 15,584 करोड़ रूपए है एवं इस कंपनी की कुल संपत्ति 77,367 करोड़ रूपए की है.
मुख्य रूप से ये कंपनी सिगरेट बनाने का कार्य करती है व इसके आलावा यह कंपनी व्यक्तिगत देखभाल के उत्पादन, खाद्य पदार्थ, स्टेशनरी व अगरबत्ती, सुचना प्रौद्योगिकी,पैकेजिंग, होटल आदि से सम्बंधित उत्पादन बनाने का कार्य भी करती है व इस कंपनी ने 2003 में क्लासमेट पेपरक्राफ्ट और कलर क्रू शामिल किया व इसके बाद 2007 तक यह भारत का सबसे बड़ा नोटबुक ब्रांड बन गया.
कंपनी के वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 31 मार्च 2013 को इस कंपनी के 25,963 कर्मचारी थे उसमे से 3,043 महिलाए कर्मचारी थी व इस कंपनी के चेयरमैन YC देवेश्वर को सरकार के द्वारा पद्म भूषण सम्मान भी प्राप्त हो चूका है हाल में यह कंपनी भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक मानी जाती है.
ITC के नाम
शुरआत से लेकर अब तक इस कंपनी के नाम में कई बार बदलाव किया गया है शुरुआत में इस कंपनी की स्थापना के वक्त सन् 1910 में इस कंपनी का नाम इम्पीरियल टोबैको ऑफ इंडिया लिमिटेड रखा गया था इसके बाद सन् 1970 में इस कंपनी का नाम बदलकर इंडियन टोबैको कंपनी लिमिटेड रखा गया व इसके बाद सन् 1974 में इसका नाम आईटीसी लिमिटेड रखा गया व इसके बाद सन् 2001 में कंपनी का नाम वापिस बदल दिया गया व इसके बाद इस कंपनी का नाम आईटीसी एलटीडी रखा गया था हाल में इस कंपनी को इसी नाम से जाना जाता है.
आईटीसी कंपनी क्या बनाती है?
मुख्य रूप से ये कंपनी सिगरेट बनाने का कार्य करती है व इसके आलावा यह कंपनी व्यक्तिगत देखभाल के उत्पादन, खाद्य पदार्थ, स्टेशनरी व अगरबत्ती, सुचना प्रौद्योगिकी,पैकेजिंग, होटल आदि से सम्बंधित उत्पादन बनाने का कार्य भी करती है व इस कंपनी ने 2003 में क्लासमेट पेपरक्राफ्ट और कलर क्रू शामिल किया
आईटीसी की पूंजी संरचना
आइए निम्नलिखित वर्षों के लिए ITC शेयरों की पूंजी संरचना पर एक नज़र डालें:
2020-21: अवधि के लिए आईटीसी शेयरों में पूंजी का प्रकार इक्विटी शेयर है। इस अवधि के लिए चुकता शेयरों की संख्या 12308844231 है। इस अवधि के लिए चुकता अंकित मूल्य 1.0 है। चुकता पूंजी INR 1230.9 करोड़ है। इन वर्षों के लिए ITC शेयरों की अधिकृत पूंजी INR 2000 करोड़ है। इसके अलावा, इस अवधि की जारी पूंजी INR 1230.9 करोड़ थी।
2019-20: अवधि के लिए आईटीसी शेयरों में पूंजी का प्रकार इक्विटी शेयर है। इस अवधि के लिए प्रदत्त शेयरों की संख्या 12292231241 है। इस अवधि के लिए चुकता अंकित मूल्य 1.0 है। चुकता पूंजी INR 1229.2 करोड़ है। इन वर्षों के लिए ITC शेयरों की अधिकृत पूंजी INR 2000 करोड़ है। इसके अलावा, इस अवधि की जारी पूंजी INR 1229.2 करोड़ थी।
2018-19: अवधि के लिए आईटीसी शेयरों में पूंजी का प्रकार इक्विटी शेयर है। इस अवधि के लिए चुकता शेयरों की संख्या 12258631601 है। इस अवधि के लिए चुकता अंकित मूल्य 1.0 है। चुकता पूंजी INR 1225.9 करोड़ है। इन वर्षों के लिए ITC शेयरों की अधिकृत पूंजी INR 2000 करोड़ है। इसके अलावा, इस अवधि की जारी पूंजी INR 1225.9 करोड़ थी।
ITC Share Price Target कितना ?
ITC कंपनी ( इम्पिरीयल टोबेको कंपनी) एक भारतीय तंबाकू बनानेवाले कंपनी हैं। साल 1910 में इस कंपनी कि शुरुवात हुई। यह निजी कंपनी पुर्व लाभ कि तुलना में भारत में दुसरे नंबर पर हैं। इसका Turn Over ओवर लगभग लगभग 4.75 $ Billion हैं। इसकी मुख्यालय कोलकाता शहर मे हैं।
ITC Share Price NSE के बारें में जानकारी:
आयटिसी कि आज कि NSE Stock Exchange पर Share Price कि बात करें तो लगभग 230 रुपयें (सप्टेंबर202) के आसपास चल रही हैं। अगर इसके Low कि बात तो यह साल 2003 में 12 रुपयों के आसपास गया था। अगर share High Price कि बात करें तो यह 367 रुपयें तक गया था।
ITC Share ने कितने Returns दिये हैं
अगर इस शेअर कि लिस्टिंग से लेकर आजतक के Returns पर ध्यान दें तो इस कंपनी ने लगभग 1286% तक रिटर्न्स दिया हैं। अगर साल 2021 कि बात करें तो इसने लगभग 6% रिटर्न्स दिये हैं।
ITC Share Financial Track Records के बारे में
अगर कंपनी के Financial Record कि बात करें तो मार्च 2020 में इसका Net Profit 15136 करोंड़ था वह बढ़कर मार्च 2021 में लगभग 13031 करोंड़ रुपयें का हुआ हैं।
कंपनी के Total Assets कि बात करें तो मार्च 2021 में कंपनी के Total Asset 75,235 करोंड़ कि थी जो कि साल 2021 में 71,580 करोंड़ था।
अगर PE Ratio कि बात करें तो यह अब 20 के आसपास चल रहा हैं।
अगर Earning Per Share कि बात करें तो यह 10 रुपयें ( सप्टेंबर 2021) हैं।
ITC Share Divided history क्या हैं
यह कंपनी एक Dividend Paying Company हैं जिसने साल 2018, 2019, 2020, 2021 में 5.15, 5.75, 10.15 और 10.75 रुपये प्रती शेयर का Divided भी दिया हैं।
ITC Bonus share History
इस कंपनी ने कईबार अपने Share Holders को Bonus भी दिया हैं। साल 1991,1994,2005,2010 और 2016 में इस शेयर नें 3:5, 1:1,1:2 ,1:1 और 1:1 का बोनस भी दिया हैं।
ITC के Peer Companys के बारे में
अगर इस शेयर के Peer कंपनीयों कि बात करें तो इसमें Godfrey Phillips, VST, The Indian Wood, Golden Tobacco, NTC Industries और Raghunath Inves यह हैं लेकिन सबसे ज्यादा अगर मार्केट कैंप कि बात करें तो इसमें ITC Company का कैंप सबसे ज्यादा हैं।
ITC का हैं Demerger करनें का Plan
यह कंपनी FMCG, Infotech, Hotel सेक्टर में काम कर रहीं हैं। FMCG समेत दुसरे कारोबार से जडु कंपनी ITC Limited Demerger का सोच रही हैं।
ITC पर अनिल सिंघवी कि राय:
जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने कुछ दिन पहले ही ITC Share पर अपनी राय दि थी कि ITC का शेयर यानी सोना रखने जैसा हैं। अगर इसमें निवेश करते हैं तो सोने में इन्वेस्टमेंट करके जैसे आप लंबे समय तक रखते हो वैसे हि इसमें आपको लंबे समय तक निवेश करना होगा।
ITC Share Price Target 2022
अगर ITC शेयर प्राईज कि बात करें तो यह ज्यादा Volatile Stock नहीं हैं 200 रुपयों के पास इसने काफी वक्त बिताया हैं। अगर इसके Financial Track Record और एक्सपर्ट कि मानें तो इसका एक साल का टारगेट लगभग 270 से 300 रुपयों तक दे रहें हैं। हालाकी यह शेयर काफी कम मुव्हमेंट दिखाता हैं लेकिन अगर मार्केट गिरेगा तो बाकी कि तुलना में यह काफी कम निचे आयेंगा क्योंकी भारत में सबसे अच्छी और Trusted कंपनीयों में से एक कंपनी ITC हैं।